अज्ञात युवक की ट्रेन से गिरकर मौत, रेलवे लाईन के पास पड़ा मिला शव

-सलामतपुर पुलिस ने मर्ग का मामला दर्ज कर शव को मर्चुरी रूम में रखवाया
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
थाना पुलिस को मंगलवार के दिन सलामतपुर रेलवे स्टेशन से मेमो मिला कि किसी युवक का शव लांबाखेड़ा रेलवे लाइनों के अप और डाउन ट्रेक के बीच में पड़ा हुआ है। जानकारी मिलते ही थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल लांबाखेड़ा रेलवे लाइनों के खंभा नम्बर 868/14 से 868/16 पर पहुंची। तो पता चला कि किसी अज्ञात युवक की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई है। मृतक की उम्र लगभग 35 से 40 वर्ष के बीच लग रही है। तलाशी लेने पर कोई भी ऐसा डॉक्यूमेंट या मोबाइल वगैरह नही मिला कि जिससे युवक की शिनाख्त हो सके।पुलिस ने शव को मौके से उठाकर सांची सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मर्चुरी रूम में रखवा दिया। और मर्ग का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है।
69 साल से सलामतपुर के स्वास्थ्य केंद्र में नही है मर्चुरी रूम--सांची ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सलामतपुर स्थित शासकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शव के पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी रूम नहीं है। काफी समय पहले तो अस्पताल के पास स्तिथ जंगल में मृतकों के शव का पोस्टमार्टम होता था। जैसे तैसे जंगलों में पोस्टमार्टम होना बंद हुआ तो मर्चुरी रूम की समस्या शुरू हो गई। यह हालत यहां पिछले 69 साल से बने हुए हैं। सलामतपुर अस्पताल का निर्माण 1956 में हुआ था। और यहां 42 गांव के ग्रामीण अपना इलाज कराने आते हैं। कई बार शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस द्वारा सलामतपुर अस्पताल भेजा जाता है तो वहां उनका पीएम नही हो पाता है। जिससे मृतक के परिजनों को काफी पीड़ा होती है। और उन्हें शव को सांची या रायसेन लेकर जाना पड़ता है। वहीं पुलिस का भी हाल बुरा हो जाता है वह भी यह सब देखकर घबरा जाते हैं। स्थानीय ग्रामीण कैलाश गोस्वामी ने बताया कि कई बार स्वास्थ्य केंद्र में मर्चुरी रूम नही होने की शिकायत मंत्री और कलेक्टर को आवेदन के द्वारा बताई गई हैं। लेकिन आज तक उन आवेदनों पर सुनवाई नही हुई है। कई बार कोई दुर्घटना में मृत हुए व्यक्ति के परिजनों को शव का पोस्टमार्टम कराने के लिएं परेशान होना पड़ता है। अगर इस समस्या का समाधान शीघ्र ही नही हुआ तो स्थानीय नागरिक मर्चुरी रूम के लिएं आंदोलन करेंगे।
भोपाल विदिशा स्टेट हाईवे 18 पर रोज़ होते हैं हादसे--स्टेट हाइवे 18 के दीवानगंज से लेकर सलामतपुर के बीच रोज़ रोड दुर्घटनाएं होती है। क्योंकि इस मार्ग पर वाहनों का बहुत अधिक दबाव रहता है। यहां से प्रतिदिन हज़ारों की संख्या में छोटे बड़े वाहन निकलते हैं जो भोपाल से विदिशा, रायसेन, सागर, जबलपुर, यूपी, गुजरात आदि स्थानों पर जाते हैं। जिसकी वजह से इस क्षेत्र में आए दिन रोड हादसों में लोगों की मौते होती हैं। लेकिन समस्या जब ज़्यादा बड़ी हो जाती जब शव के पोस्टमार्टम की बारी आती है। क्योंकि सलामतपुर स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी रूम की व्यवस्था नही है। मृतक के परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए शव को साथ लेकर यहां वहां भटकना पड़ता है। या तो परिजनों को सांची या रायसेन स्वास्थ्य केंद्र में जाना पड़ता है। जिसकी वजह से परिजनों को काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं।
इनका कहना है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलामतपुर में पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी रूम नही है। अगर किसी व्यक्ति की घटना या दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो परिजनों को उसके शव के पोस्टमार्टम के लिए 8 किलोमीटर दूर सांची सिविल स्वास्थ्य केंद्र ले जाना पड़ता है।
डॉ रवि राठौर, मेडिकल ऑफिसर प्रा.स्वा. केंद्र सलामतपुर
मंगलवार को सुबह स्टेशन से मेमो आया था कि किसी युवक का शव रेलवे लाइनों के पास पड़ा हुआ है। युवक की शिनाख्त नही हुई है। सलामतपुर अस्पताल में मर्चुरी रूम नही होने की वजह से शव को सांची सिविल अस्पताल के मर्चुरी रूम में रखवा दिया है।
दिनेश सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर।