सतीश मैथिल/ अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। IND28.COM

कस्बा सांचेत में पुरषोत्तम माह के उपलक्ष में श्री राम जानकी मंदिर पर चल रही श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन कथा वाचक पंडित संतोष उपाध्याय ने कथा में सुनाया कि पुरुषोत्तम मास में भागवत सुनने से सिद्धि मिलती है। श्रीमद् भगवत कथा की कथा वाचक पंडित संतोष उपाध्याय ने कथा की शुरुआत की। साथ ही कहा कि आप सब पर ठाकुर की असीम कृपा है, जिसकी वजह से आप पावन पुरुषोत्तम मास में कथा का आनंद ले रहे है। नारद के पूर्व जन्म की कथा व व्यास द्वारा भागवत बनाना,अमरकथा और शुकदेव के जन्म का वृतांत का विस्तार से वर्णन किया गया।श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में यह भी बताया कि अगर आप भागवत कथा सुनकर कुछ पाना चाहते हैं, कुछ सीखना चाहते है तो कथा में प्यासे बन कर आए। कुछ सीखने के उद्देश्य से, कुछ पाने के उद्देश्य से आए, तो ये भागवत कथा जरूर आपको कुछ नहीं बल्कि बहुत कुछ देगी। मनुष्य का जीवन सांसारिक भोग में नहीं कृष्णभक्ति में बिताएं। मनुष्य जीवन विषय वस्तु को भोगने के लिए नहीं मिला है, लेकिन आज का मानव भगवान की भक्ति को छोड़ विषय वस्तु को भोगने में लगा हुआ है।उसका सारा ध्यान संसारिक विषयों को भोगने में ही लगा हुआ है। मानव जीवन का उद्देश्य कृष्ण प्राप्ति शाश्वत है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन का उद्देश्य कृष्ण को पाकर ही जीवन छोडऩा है और अगर हम ये दृढ़ निश्चय कर लेंगे कि हमें जीवन में कृष्ण को पाना ही है तो हमारे लिए इससे प्रभु से बढ़कर कोई और सुख, संपत्ति या संपदा नहीं है। भागवत कथा श्रवण करने वालों का सदैव कल्याण करती है। भगवत कथा के समय स्वयं श्रीकृष्ण आपसे मिलने आए हैं, जो भी इस भागवत के तट पर आकर विराजमान हो जाता है।भागवत उसका सदैव कल्याण करती है। उन्होंने कहा कि बिना जाति और बिना मजहब देखे इनसे आप जो मांगे यह आपको मनवांछित फल देती है और अगर कोई कुछ न मांगे तो उसे मोक्ष पर्यंत तक की यात्रा कराती है। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

 

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