सतीश मैथिल/अभिषेक लोधी सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)

सोमवार को ग्राम आमखेड़ा में सप्तदिवसीय श्री शिव महापुराण एवं श्री लक्ष्मीनारायण यज्ञ को लेकर कलश यात्रा निकाली गई। जिसके आयोजक महंत श्री 1008 रामदास त्यागी महाराज यज्ञ आचार्य पंडित राजेंद्र शास्त्री भोपाल एवं कथा व्यास पंडित हरिनारायण शास्त्री व समस्त ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासी की सहयोग से

भव्य कलश यात्रा निकाली गई।कलश यात्रा में महिलाओं ने शामिल होकर मंगल कलश यात्रा निकाली। बैंड-बाजे के साथ सुंदर झांकी के पीछे भजन-कीर्तन करते हुए भक्त मंदिर की परिक्रमा करते हुए यज्ञ और कथा स्थल हरिहर आश्रम मैन रोड़ आमखेड़ा पहुंचे । इस दौरान भक्तों ने जगह-जगह कलश यात्रा का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। इस दौरान भजनों पर भक्त खूब झूमे। रामजी को मन में बसाए रखना.., अवध में आए हैं श्रीराम.., कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा ये काम, मेरे रामजी से कह देना जय सिया राम... आदि भजनों ने भाव विभोर कर दिया श्रीराम कथा के प्रथम दिन कथा वाचक हरिनारायण शास्त्री महाराज द्वारा कथा में बताया भगवान राम की महिमा का व्यख्यान किया। उन्होंने बताया कि श्रीराम का भाव है सदैव रहने वाली सत्ता भाव जिसका न ही जन्म होता है न ही मरण। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तब उसके नाम के आगे स्वर्गीय लग जाता है, लेकिन जब अवतारी पुरुष अपनी लीला को समेट कर इस धरा से जाते हैं तो उनके नाम के आगे स्वर्गीय नहीं लगता, क्योंकि वह सत्ता अविनाशी है। आगे बताया कि श्रीराम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और श्री शिवपुराण कथा श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रभु की कथा श्रवण करने के लिए भगवान भोलेनाथ ऋषि अगस्त्य जी के आश्रम में जाते हैं और प्रभु की पावन पुनीत कथा को श्रवण कर धन्य हो जाते हैं। गरुड़ जी भी जब भगवान राम और लक्ष्मण को नागपाश में बंदा देखते हैं तो उनके मन में संशय उत्पन्न हो जाते हैं। फिर वह हनुमान जी के कहने पर भगवान भोलेनाथ के पास जाते हैं और प्रभु की कथा को श्रवण करते हैं, तद्पश्चात प्रभु की कथा को श्रवण कर उनके मन के सारे संशय दूर होते हैं। महाराज जी ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं तो उसका जीवन धन्य हो जाता है।

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28