अदनान खान भोपाल। IND28.COM

15 दिसंबर से भोपाल सहित प्रदेश भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी काम बंद हड़ताल कर रहे हैं। राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल परिसर में बुधवार को विवाद की स्थिति बन गई। हड़ताली कर्मचारियों ने अपने ही साथियों पर धोखा करने का आरोप लगाते हुए उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। दरअसल संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कुछ मुख्य के पदाधिकारियों ने बाकी कर्मचारियों को बिना बताए स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी और विभागीय अफसरों से मंगलवार को मंत्रालय में मुलाकात कर हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया। बुधवार को जब हड़ताली कर्मचारियों को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र भदौरिया और अमिताभ चौबे को जमकर खरी खोटी सुनाई। कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही हड़ताल आगे भी जारी रखने का ऐलान कर दिया। अब मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के 32 हजार संविदा कर्मचारी गुरुवार से संविदा स्वास्थ्य संघ के बैनर तले हड़ताल करेंगे।

 

प्रदेश अध्यक्ष की कार पर लिखा गद्दार

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव की कार पर हड़ताली कर्मचारियों ने गद्दार लिख दिया। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को भरोसे में लिए बिना हड़ताल खत्म करने का ऐलान करने से नाराज कर्मचारियों ने प्रदेश अध्यक्ष की कार पर कई आपत्तिजनक बातें भी लिख दीं। यही नहीं संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र भदौरिया को तो सीएमएचओ के कार्यालय में छिपना पड़ा। कर्मचारी सीएमएचओ ऑफिस के बाहर हंगामा करते रहे। भदौरिया ने डायल 100 को भी फोन करके बुला लिया। जब तक हड़ताली कर्मचारी अपने घर नहीं चले गए तब तक पुलिस वाहन जेपी अस्पताल परिसर में ही खड़ा रहा।

 

जारी रहेगी हड़ताल

संविदा कर्मचारियों ने आगे की हड़ताल के लिए संगठन में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इसे लेकर गुरुवार को पूरी दोपहर जय प्रकश जिला अस्पताल में हाई वोल्टेज हंगामा होता रहा। इस दौरान ही संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र भदौरिया के साथ गुस्साई महिला संविदा कर्मचारियों ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सामने धक्कामुक्की भी की है। दरअसल मंगलवार को प्रदेश के जिलों और हड़ताली कर्मचारी से बिना चर्चा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र भदौरिया, प्रदेश संयोजक अमिताभ चौबे और प्रदेशाध्यक्ष डा. सुनील यादव ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा कर दी थी। इसके जानकारी भी अन्य प्रदेशों को नहीं दी गई। सुबह हड़ताली कर्मचारियों को पता लगा कि हड़ताल समाप्त कर दी गई है। जिसके बाद पूरे प्रदेश के कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर संदेश जारी कर हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया। 

 

कर्मचारियों को पहले से थी आशंका 

कर्मचारियों ने बताया कि हमें पहले से ऐसी स्थिति बनने की आशंका थी। हम पिछले दस से पंद्रह दिनों से हम दूसरे संगठन के संपर्क में भी थे। क्योंकि ट्रेड यूनियन के नियमों के अनुसार एकदम से किसी को हटाया नहीं जा सकता है। इस प्रक्रिया में कम से कम एक हफ्ते का समय लगता है। इसके साथ हड़ताल को बिना तोड़े आगे तक चलाने का निर्णय लिया गया है।

 

प्रदेश के सभी जिलों में कर्मचारी हड़ताल पर 

प्रदेश में गुरुवार को सभी 51 जिलों में हड़ताल जारी रही। भोपाल की सीएचओ मीना शुक्ला ने बताया सभी जिलें में हड़ताल जारी है। आगे भी मांगे मानी जाने तक इसे जारी रखा जाएगा। जिस पत्र को जारी कर हड़ताल समाप्त कराने का प्रयास किया जा रहा है। वो पत्र भी संदेह में है, जिसमें गोल-मोल किया गया है। उन्होंने कहा कि हड़ताल समाप्त करने का सरकार को आश्वासन कैसे दिया। इसे लेकर डा. जितेंद्र भदौरिया खुद बात नहीं कर पा रहे हैं। इनको संगठन हटाने के लिए कार्रवाई कर रहा है।

 

न्यूज़ सोर्स : अदनान खान एडिटर इन चीफ IND28.COM