सामाजिक एकता व न्याय के लिए प्रेरणा मंच पर बहुजन पिकनिक कार्यक्रम का आयोजन
-सतधारा बौद्ध स्तूप पर कार्यक्रम में बच्चों ने भी बढ़ चढ़कर लिया हिस्सा
अदनान खान सलामतपुर रायसेन। (एडिटर इन चीफ IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
बौद्ध स्तूप स्थल सतधारा में आयोजित बहुजन इंटेलेक्ट पिकनिक एक सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजन के रूप में बेहद सफल रहा। इस अनोखे कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बहुजन समाज के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों के नेताओं के बीच आपसी मेलजोल बढ़ाना, विचारों का आदान-प्रदान करना और समाज के हित में सामूहिक रूप से काम करने की भावना को मजबूत करना था। कार्यक्रम के प्रमुख बिंदुओं में इस आयोजन में विभिन्न खेल-कूद, संगीत और सामूहिक गीतों के साथ-साथ पर्यावरणीय जागरूकता की गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय निर्देशो का पालन करते हुए पर्यावरण और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया। वहीं उपस्थित जनसमूह ने सामूहिक भोजन और आनंददायक गतिविधियों का भरपूर लाभ उठाया। यह आयोजन पूरी तरह से गैर-राजनीतिक और सामुदायिक भावनाओं से प्रेरित था। इस अवसर पर दि कांस्टीट्यूशनल फोरम के संस्थापक सदस्य एवं आयोजन के संयोजक मेजर डॉ. मनोज राजे ने कहा कि यह कार्यक्रम हमारी सामूहिक एकजुटता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच है। हम समाज में आपसी संबंधों को मजबूत करके सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
बहुजन समाज की शक्ति उसके एकजुट होने में है---बैठक में द आर्ट हाउस की संस्थापक एवं प्रकाश ध्रुपद गायिका सुरेखा काम्बले ने कार्यक्रम में भाग लेकर कहा कि बहुजन समाज की शक्ति उसके एकजुट होने में है। यह पिकनिक कार्यक्रम हमें एक-दूसरे को समझने, अपनी साझा समस्याओं पर विचार करने और सामाजिक न्याय के लिए एक साथ काम करने का अवसर प्रदान करती है। साथ ही साथ यह महिलाओं की सृजनात्मक शक्ति को भी बढ़ावा देगी। इंदौर से शामिल डी.पी. अहिरवार ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र में संगठन और उसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। यह पिकनिक हमें दिखाती है कि किस तरह समाज के हर वर्ग को सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। ऐसे आयोजनों से समाज में जागरूकता बढ़ती है और समाज के प्रति जिम्मेदारी का एहसास होता है। इंदौर से इतनी दूर जाकर भी सफर की थकान का असर नहीं हुआ समाज पिकनिक बहुत ही सफल रही। हम सभी को बहुत आनंद आया। प्रो. डॉ. विवेकानंद गजभिए ने भी पिकनिक में भागीदारी की और कहा कि बहुजन समाज के हर वर्ग को साथ लाकर ही सामाजिक न्याय और समानता का सपना पूरा किया जा सकता है। इस पिकनिक के माध्यम से हमने यह संदेश दिया है कि एकजुट होकर हम बड़े से बड़े बदलाव ला सकते हैं।
कार्यक्रम महिलाओ के लिए प्रेरणादायक है---डॉ. संघमित्रा गजभिए, बुद्धिस्ट महिला जागृति मंच की अध्यक्ष, ने कहा यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक अवसर है। यहां हमें समाज में अपने योगदान को बढ़ाने और जागरूकता फैलाने का अवसर मिला है। बहुजन महिलाएं समाज की शक्ति हैं और उनकी सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। ईस आयोजन मे सुनीता पाटिल, विनीता अथनकर, कल्पना बरखानिया, सुधा कुमार सहित अन्य महिलाएं काफी संख्या में मौजूद रहीं। इस आयोजन में बच्चों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और उन्होंने खेल और मनोरंजक गतिविधियों का भरपूर आनंद लिया। 12 वर्षीय प्रतीक ने खुशी जताते हुए कहा कि यह दिन मेरे लिए बहुत खास था। हमने कई मजेदार खेल खेले और नई दोस्ती भी हुई। मैं हर साल इस तरह के पिकनिक कार्यक्रम में आना चाहूंगा।दिशीता और दृष्टि ने भी अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए बताया कि यह बहुत मजेदार था। मैंने नए दोस्तों के साथ दौड़ लगाई और गीत भी गाए। सबसे अच्छी बात यह रही कि हमने सबने मिलकर पौधों के बारे में सीखा और पर्यावरण की देखभाल करने का संकल्प लिया। मुझे बहुत मजा आया। खेल-कूद के साथ-साथ मैं अपने दोस्तों के साथ गाने गाता रहा और हमने ढेर सारी तस्वीरें खींची। अगली बार मैं फिर से आना चाहूंगा। इस आयोजन में समाज के विभिन्न हिस्सों से लोग एकत्रित हुए और इस सामूहिक प्रयास की सराहना की। आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि बहुजन समाज एकजुट होकर सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।