महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर की पति की लंबी आयु की कामना
सतीश मैथिल सांचेत रायसेन। (IND28 हर खबर पर पैनी नज़र)
महिलाओं ने रविवार को निर्जला व्रत रख करवा चौथ व्रत चंद्र को अर्घ्य देकर किए अपने चांद के दीदार पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनों द्वारा रखा गया। करवाचौथ व्रत ज्योतिष अचार्य पंडित अरुण शास्त्री ने विधि विधान से पूजा कराई और वताया पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनों द्वारा रखा जाने वाला करवाचौथ व्रत पर्व पूरे सांचेत व आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धा भाव व पारंपरिक तरीकों से मनाया गया। सुबह सरगी खाने के बाद व्रती महिलाओं ने दिन भर अन्न जल ग्रहण किए बिना व्रत किया। रात को चांद निकलने पर विवाहिताओं ने अर्घ्य देकर पति के हाथ से पानी पी कर उपवास संपन्न किया करवाचौथ व्रत के लिए पिछले कई दिनों से पूरे क्षेत्र में तैयारियां चल रही थी। रविवार सुबह व्रती महिलाओं ने सुबह उठ कर स्नान किया और सरगी तैयार कर पूजन के बाद उसका सेवन किया। सरगी में उन्होंने विशेष रूप से केला ककड़ी और नारिलयल का सेवन किया। सूर्य उदय से पूर्व उन्होंने सरगी सेवन के साथ करवाचौथ व्रत प्रारंभ किया। इसके बाद व्रती सुहागिन महिलाओं ने विवाहिताओं ने पति की लंबी आयु के लिए दिन भर अन्न-जल ग्रहण किए बिना कठोर उपवास किया। शाम को महिलाओं ने घरों, देवालयों में पलकमती नदी के किनारे पहुंच कर करवाचौथ व्रत कथा का श्रवण किया तथा पूजन संपन्न किया। रात को चंद्रमा उदय होने पर सुहागिनों ने छलनी में चांद को देख कर उसे अर्घ्य देकर पति की लंबी आयु मांगी। इसके बाद पति के हाथों पानी पीकर और अन्न ग्रहण कर उपवास खोल कर करवाचौथ व्रत संपन्न किया। इसके बाद व्रती महिलाओं व परिवार के लोगों ने मिल कर एक साथ मिल कर भोजन किया। रायसेन जिले के सांचेत डाबर सोनकच्छ ग्यारसावाद सगोनिया अण्डीया व अन्य इलाकों में भी करवाचौथ पर्व धूमधाम व पारंपरिक रीति रिवाजों से मनाया गया।
पूरा दिन सजने संवरने में बीता---रविवार का दिन व्रती महिलाओं का सजने संवरने बीता। सजने व संवरने के लिए कई महिलाएं ब्यूटी पार्लरों में पहुंची, जबकि कई घरों पर व आसपास पहचान वालों के घरों में पहुंच कर तैयार हुई। जिन महिलाओं ने महिलाओं ने मेहंदी नहीं लगाई थी, उन्होंने बाजार से घरों पर मेहंदी साजों से मेहंदी लगवाई। कुछ ने मेहंदी लगाना जानने वाली परिवार की लड़कियों और महिलाओं से मेंहदी लगाई। सुबह से शाम तक महिलाएं बनने संवरने में व्यस्त रही।
पिछले दिनों की तुलना में बाजार में रही कम रौनक
करवाचौथ की खरीददारी के लिए कई दिनों से नजर आ रही भीड़भाड़ और चहल-पहल रविवार को अचानक कम हो गई।मैन बाजार और लंबी गली में फिर थोड़ी चहल पहल थी, लेकिन बाकी बाजार में सामान्य दिनों की तरह ही लोग नजर आए। जबकि रविवार देर रात तक सांचेत के बाजार में श्रृंगार सामग्री बेचने वालों की दुकानें खुली रही। मेहंदी साज भी लंबी गली और मैन मार्केट क्षेत्र में लोगों के हाथों पर मेहंदी सजाने में व्यस्त रही।
सुंदर पति पाने को युवतियों ने भी रखा व्रत-वैसे तो करवाचौैथ सुहागिन महिलाओं द्वारा रखा जाता है। मगर पिछले कुछ दशकों से कुंवारी युवतियों भी इसे रखती है। विवाहित महिलाएं जहां अपनी पति की लंबी आयु के लिए करवाचौथ का व्रत करती है, वहीं अविवाहित लड़कियां सुंदर और योग्य वर पाने की कामना से इस व्रत को रखती हैं। इस व्रत पर श्रृंगार को भी काफी अहमियत दी जाती है, जिसके चलते युवतियां भी मेंहदी लगाने से लेकर चूड़ियां पहन कर नए कपड़े पहन कर सजती संवरती हैं।
करवाचौथ पर कई घरों में उत्सव सा माहौल---हाल में शादी विवाह के मुहूर्त में विवाह करने वाली दंपत्ति व उनके परिवार वालों के लिए करवा चौथ बेहद खास था। इसके लिए इसके लिए परिवारों ने खासी तैयारियां कर रखी थी। लड़की को मायके की तरफ से व्रत पर्व के लिए सामग्री भेजी गई। नवविवाहित दुल्हनों में अपने पहले करवाचौथ को लेकर खासा उत्साह था। परिवार के बड़े बुजुर्गो के बताए रीति-रिवाजों के मुताबिक उन्होंने व्रत रखा और पूजन कर व्रत को संपन्न किया। इसके अलावा पिछले करवाचौथ के बाद विवाह सूत्र में बंधे दंपत्ति का भी इस बार पहला करवाचौथ होने के कारण खास था। उन्होंने इस खास तो दिन बेहद खास तरीके से मनाया।
एक दूसरे को भेंट की व्रत एवं श्रृंगार सामग्री---करवा चौथ पर सुहागिन महिलाओं ने अपने घर के बड़ों के साथ रिश्तेदार सुहागिन महिलाओं को व्रत एवं श्रृंगार सामग्री भेंट की। इसके अलावा आस पड़ोस और पहचान वालों को भी श्रृंगार सामग्री देकर उनको करवाचौथ की बधाई दी।
सोशल मीडिया पर छाया रहा करवाचौथ--करवाचौथ का रंग न केवल क्षेत्र बल्कि सोशल मीडिया पर छाया रहा। वाट्सएप, फेसबुकर, ट्वीटर, वी-चैट जैसे अन्य सोशर मीडिया प्लेटफार्म पर रविवार रात से ही करवाचौथ व्रत पर्व की शुभकामना संदेश से लेकर नारी सम्मान से लेकर करवाचौथ पर बने चुटकुले और कार्टून दिन भर पोस्ट होते रहे।