सांची से दिनेश जोशी की रिपोर्ट। IND28.COM

नगर परिषद की बैठक गुरुवार को फिर से आयोजित की गई। बैठक में बस स्टैंड स्थित सड़क का मुद्दा मुख्य रखा गया था।उल्लेखनीय है कि बस स्टैंड परिसर मैं कायाकल्प योजना के अंतर्गत मिली लगभग 50 लाख की राशि से सड़क का निर्माण किया जाना था। निर्माण संबंधी प्रक्रिया नगर परिषद द्वारा पूर्व में ही पूरी की जा चुकी है।लेकिन परिषद की बैठक में विरोध करने वाले पार्षदों का कहना है कि कायाकल्प की राशि सभी वार्डों में लगना चाहिए और यदि बस स्टैंड परिसर में लगाई जा रही है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन सड़क का निर्माण नियम से नहीं किया जा रहा है जो डीपीआर तैयार की गई है। उसमें नाली का निर्माण शामिल नहीं है एवं बस स्टैंड परिसर से पानी निकालने की व्यवस्था का कोई विकल्प नहीं रखा गया है। ऐसी स्थिति में यदि सड़क का निर्माण होता है तो बस स्टैंड पर बारिश का पानी भराना तय है।अब दूसरी तरफ आज की बैठक में सहमति नहीं बनने पर यह राशि 10 जून के बाद शासन को वापस करना होगी ऐसे निर्देश मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी किए गए हैं बीते 3 दिन में नगर परिषद मेंआनन-फानन में दो बैठक आयोजित की गई लेकिन पार्षदों की आपसी खींचतान के चलते नगर मैं विकास होता दिखाई नहीं दे रहा है।बैठक में 14 पार्षद उपस्थित थे जिनमें से 8 पार्षद सड़क निर्माण का विरोध कर रहे थे। 5 पार्षद अपनी सहमति जता रहे थे। अध्यक्ष का कहना है कि नगर के विकास को मिली राशि वापस जाना परिषद को नुकसान है एवं यह बात बिल्कुल ठीक नहीं है वही विरोध करने वाले पार्षद कहते हैं कि यदि राशि परिषद को मिली है तो उस राशि को नगर के अन्य वार्डों में क्यों नहीं लगाया जा रहा है सीएमओ बताते हैं कि नियम अनुसार यह राशि केवल बस स्टैंड के लिए ही है सख्त निर्देश है एवं पत्र भी दिया गया है कि यह राशि केवल बस स्टैंड पर ही खर्च होना है।लेकिन मेरी बात को कोई समझना नहीं चाहता मेरा पक्ष रखने के बाद पार्षद मेरी कोई नहीं सुनते ऐसी स्थिति में राशि वापस करना होगी।

कैसे होगा नगर का कायाकल्प----बीते 10 महीनों में नगर परिषद में आयोजित हुई बैठकों मैं नगर विकास से संबंधित है कोई भी प्रस्ताव पारित होने के बाद सफल नहीं हुए हैं ऐसी स्थिति में सांची नगर का कायाकल्प कैसे होगा? नगर का मतदाता अपने वार्ड के विकास के लिए अच्छे व्यक्ति को चुनता है एवं पार्षद बनाता है। उनसे यह उम्मीद होती है कि वार्ड का विकास होगा साथ में नगर का विकास होगा लेकिन परिषद में आपसी खींचतान से ऐसा माना जा रहा है कि यह 5 वर्ष भी आपसी लड़ाई में ही निकल जाएंगे और सांची नगर विकास नहीं कर सकेगा।

 

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